सिबिल रिपोर्ट में STD: इसकी फुल फॉर्म और इसका महत्व

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सिबिल रिपोर्ट की जानकारी को समझना आसान नहीं होता, लेकिन यह आपके क्रेडिट स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। सिबिल रिपोर्ट में “STD” जैसे कुछ टर्म्स आपके भुगतान इतिहास और क्रेडिट स्कोर को मॉनिटर करने में मदद करते हैं। यह जानना जरूरी है कि आपकी सिबिल रिपोर्ट सही तरीके से मैनेज हो रही है या नहीं। क्रेडिट पूछताछ और संभावित एरर्स को समझने के बाद आप सुधार के सही कदम उठा सकते हैं, जिससे न केवल सिबिल स्कोर बेहतर होगा बल्कि आपकी उधार पात्रता भी बढ़ेगी।

सिबिल रिपोर्ट में STD का मतलब क्या है?

सिबिल रिपोर्ट में “STD” का मतलब “स्टैंडर्ड” होता है। यह कोई त्रुटि नहीं बल्कि आपके अकाउंट के लिए एक सकारात्मक संकेत है! “STD” यह दर्शाता है कि आपने नियमित रूप से समय पर अपने भुगतान किए हैं, जो आपके क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट व्यवहार को मजबूत बनाता है। उधारदाता आपके भुगतान इतिहास को देख सकते हैं और यह विश्वास करते हैं कि आपने समय पर अपने सभी देयताओं का भुगतान किया है।
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सिबिल में STD का अर्थ और इसका प्रभाव

STD का अर्थ “स्टैंडर्ड” होता है और यह किसी विशेष क्रेडिट खाते के लिए सकारात्मक संकेत देता है। इसका मतलब है कि आपने समय पर, आमतौर पर नियत तिथि से 90 दिनों के भीतर, अपने पुनर्भुगतान किए हैं। यहां आपके CIBIL रिपोर्ट में मिलने वाले अन्य प्रमुख शब्दों का विवरण दिया गया है:

  • SMA (स्पेशल मेंशन अकाउंट) – यह अकाउंट संभावित संकट का संकेत देते हैं। इसमें भुगतान में देरी, या भुगतान शर्तों में बदलाव हो सकता है, जो आपके क्रेडिट स्वास्थ्य के लिए जोखिमपूर्ण संकेत हैं।
  • SUB (सब-स्टैंडर्ड): यह स्थिति दर्शाती है कि अकाउंट में भुगतान 90 दिनों से अधिक समय से लंबित है, जो आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। यह अकाउंट के संकटमय होने का संकेत है।
  • DBT (डाउटफुल): यह सब-स्टैंडर्ड श्रेणी में आता है और एक साल तक लंबित रहता है। बैंक इस प्रकार के अकाउंट को अत्यधिक जोखिमपूर्ण मानता है और इसे संकटग्रस्त मानता है।
  • LSS (लॉस): एक संकेत है कि एक खाता बंद हो चुका है, जिसमें उधारदाता देख सकता है कि कौन से भुगतान लंबित हैं और कौन से देरी से हुए हैं। यह आपके सिबिल स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
  • XXX: यह स्थिति तब होती है जब खाता किसी भी भुगतान की जानकारी नहीं दिखाता है। कुछ विशेष खातों के मामले में, इस स्थिति के कारण बैंक के लिए भुगतान की जानकारी की निगरानी करना और क्रेडिट स्कोर में सुधार करना मुश्किल हो सकता है।

सिबिल रिपोर्ट में कौन-कौन सी जानकारियाँ शामिल होती हैं?

  • निजी जानकारी

इसमें आपकी बेसिक जानकारियां डाली जाएँगी जैसे नाम, जनम तिथि और आपकी कॉन्टैक्ट जानकारी

  • अकाउंट जानकारी

यह एक बड़ा सेक्शन है जिसमें आपके क्रेडिट अकाउंट की सारी जानकारी शामिल होगी :

    • उधारदाता का नाम: बैंक या कोई वित्तीय संस्थान जो लोन या क्रेडिट कार्ड देती हो!
    • अकाउंट टाइप: एक अलग पहचान हो हर एक क्रेडिट अकाउंट के लिए
    • अकाउंट स्टेटस: ये दर्शाता है की अकाउंट बंद है या खुल रहा है
    • खुलने की तारीख: अकाउंट कब खुला था.
    •  पिछली भुगतान तारीख: सबसे पिछला भुगतान जो आपने किया हो उसकी तारीख
    • क्रेडिट सीमा : ज्यादा से ज्यादा अमाउंट जो आप उधार ले सकते हो
    • अभी की राशि: बकाया अमाउंट जो आप बैंक से ले सकते हो
    • भुगतान इतिहास: ये एक भरपूर जानकारी होती है 36 दिनों के लिए जो दर्शाता है की हर महीने आपका भुगतान को लेकर व्यव्हार कैसा है, ये दर्शाएगा की भुगतान समय पर हुए हैं या नहीं!
  • क्रेडिट पूछताछ

ये अनुभोग ऐसे उदाहरण दर्शाता है जहाँ उधारदाताओं ने लोन आवेदनों के लिए आपकी क्रेडिट रिपोर्ट तक पहुंच बनाई है, छोटी अवधि में बार बार पूछताछ से आपका स्कोर थोड़ा कम हो सकता है!

  • सिबिल स्कोर

यह आपकी रिपोर्ट में दी गयी जानकारी के आधार पर आपकी साख का संख्यात्मक प्रतिनिधित्ब (300 -900 ) के बीच है एक उच्च स्कोर एक अच्छे क्रेडिट इतिहास को इंगित करता है और आपके लोन अनुमोदन और अनुकूल ब्याज दरों को सुरक्षित करने की संभावनाओं में सुधार करता है!

सिबिल स्कोर को बनाए रखने के लिए जरूरी कदम

हालांकि Google Pay आपको मुफ्त में अपना CIBIL स्कोर देखने की सुविधा देता है, लेकिन एक स्वस्थ क्रेडिट रिपोर्ट बनाए रखने के लिए केवल स्टैंडर्ड टर्म्स ऑफ़ डेट (STD), जो समय पर भुगतान को दर्शाते हैं, पर्याप्त नहीं हैं।

सिबिल स्कोर बनाए रखने के टिप्स:  

  1. रिपोर्ट की नियमित जांच करें: 

 त्रुटियों के लिए अपनी सिबिल रिपोर्ट को नियमित रूप से जांचना आवश्यक है। इसमें व्यक्तिगत विवरण, लोन राशि और पुनर्भुगतान इतिहास की पुष्टि शामिल है। अशुद्धियाँ आपके क्रेडिट स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती हैं।  

  1. क्रेडिट उपयोग कम रखें:

 अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग उसकी सीमा के अनुपात में कम रखें। उच्च क्रेडिट उपयोग आपके अधिक खर्च करने का संकेत दे सकता है, जिससे आपका स्कोर प्रभावित हो सकता है।  

  1. समय पर भुगतान करें: 

सभी बिलों और किश्तों का समय पर भुगतान सुनिश्चित करें। चूक या देरी से भुगतान आपके सिबिल स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है।  

  1. अत्यधिक कर्ज से बचें:  

 अत्यधिक कर्ज लेने से बचें, क्योंकि यह आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।  

  1. क्रेडिट पूछताछ सीमित करें:

बार-बार क्रेडिट जांच कराने से आपका सिबिल स्कोर अस्थायी रूप से प्रभावित हो सकता है। इसलिए, केवल आवश्यक होने पर ही नई क्रेडिट लाइन के लिए आवेदन करें।

इन आदतों को अपनाकर आप अपने सिबिल स्कोर को स्थिर और मजबूत बनाए रख सकते हैं।

सिबिल रिपोर्ट में त्रुटियों को ठीक करने की प्रक्रिया

अगर आपकी सिबिल रिपोर्ट में “एसटीडी” शब्द दिखाई देता है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। “एसटीडी” का मतलब “स्टैंडर्ड” (मानक) होता है, जो समय पर भुगतान का सकारात्मक संकेत देता है। हालांकि, यदि आपकी सिबिल रिपोर्ट में कोई अन्य त्रुटि या विसंगति है, तो इसे सुधारने के लिए नीचे दिए गए चरणों का पालन करें:

 सिबिल रिपोर्ट में त्रुटियों को ठीक करने के लिए चरण:  

  1. 👉 CIBIL आधिकारिक वेबसाइट पर लॉग इन करें।
  1. विवाद समाधान” अनुभाग पर जाएं:

वेबसाइट पर “डिस्प्यूट रेज़” (Dispute Raise) या “विवाद समाधान” (Dispute Resolution) विकल्प का चयन करें।  

  1. डिस्प्यूट फॉर्म भरें:

त्रुटि के बारे में सटीक विवरण दर्ज करें। इसमें आपकी रिपोर्ट का **कंट्रोल नंबर** (Control Number) आवश्यक हो सकता है, जो आपकी सिबिल रिपोर्ट पर उपलब्ध होता है।  

  1. फॉर्म सबमिट करें:

सभी जानकारी दर्ज करने के बाद विवाद फॉर्म को इलेक्ट्रॉनिक रूप से जमा करें।  

5. डिस्प्यूट आईडी प्राप्त करें: 

फॉर्म सबमिट करने के बाद आपको एक डिस्प्यूट आईडी या शिकायत आईडी दी जाएगी, जिसे आप अपनी शिकायत की प्रगति ट्रैक करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।  

  1. सिबिल का सत्यापन और कार्रवाई: 

सिबिल आपकी शिकायत को सत्यापन के लिए संबंधित ऋणदाता को भेजेगा।

    • यदि ऋणदाता त्रुटि की पुष्टि करता है, तो वह सिबिल को अपडेट भेजेगा।
    • सिबिल आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में आवश्यक सुधार करेगा।

नोट्स: अपनी रिपोर्ट की नियमित रूप से समीक्षा करें ताकि किसी भी त्रुटि का समय पर पता लगाया जा सके और इसे जल्द से जल्द हल किया जा सके।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न 

  • सिबिल में सब-एसटीडी (SUB) का क्या मतलब है? 

SUB (सब-स्टैंडर्ड) का मतलब है कि भुगतान 90 दिनों से अधिक समय तक लंबित है, जिससे आपका क्रेडिट स्कोर खराब होता है। इसके विपरीत, एसटीडी (स्टैंडर्ड) अच्छा है और समय पर भुगतान (90 दिनों के भीतर) का संकेत देता है।  

  • सिबिल में एसटीडी अच्छा है या बुरा?

सिबिल में एसटीडी अच्छा है! यह दिखाता है कि आपके भुगतान समय पर हो रहे हैं और आपके क्रेडिट स्कोर पर सकारात्मक प्रभाव डाल रहे हैं।  

  • क्या 2 दिन की भुगतान देरी से मेरा क्रेडिट स्कोर प्रभावित होगा? 

नहीं, 2 दिन की देरी से आपके क्रेडिट स्कोर पर असर नहीं पड़ेगा। हालांकि, लगातार या बार-बार देरी लंबे समय में नुकसान पहुंचा सकती है।  

  • एसटीडी लोन का क्या मतलब है? 

एसटीडी लोन” कोई विशिष्ट शब्द नहीं है। लोन के संदर्भ में एसटीडी का अर्थ है समय पर भुगतान का ट्रैक रिकॉर्ड।  

  • बैंकिंग में एसटीडी का क्या अर्थ है? 

बैंकिंग में, एसटीडी का मतलब है लोन भुगतान की “स्टैंडर्ड” स्थिति, जो समय पर भुगतान और अच्छी क्रेडिट योग्यता को दर्शाता है।  

  • सिबिल रिपोर्ट में STD, SMA, SUB, DBT और LSS क्या हैं?

ये आपके भुगतान इतिहास की श्रेणियां हैं:

    • STD (Standard): समय पर भुगतान (अच्छा)।
    • SMA (Special Mention Account): संभावित देरी के संकेत।
    • SUB (Sub-Standard): 90 दिनों से अधिक देर से भुगतान (खराब)।
    • DBT (Doubtful): संदिग्ध पुनर्भुगतान (बहुत खराब)।
    • LSS (Loss): राइट-ऑफ (गंभीर स्थिति)।
  1. परिसंपत्ति वर्गीकरण में एसटीडी क्या है?

परिसंपत्ति वर्गीकरण में, एसटीडी बैंक की आंतरिक प्रणाली के तहत लोन को कम जोखिम वाली श्रेणी में वर्गीकृत करता है, जो समय पर भुगतान का संकेत है।

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